जागरण संवाददाता, दरभंगा। बिहार में जमीन सर्वे का काम दिसंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत रैयतों के द्वारा प्रपत्र-2 में स्वघोषणा और प्रपत्र-3 में वंशावली से संबंधित सूचना अपलोड या जमा करने की अंतिम तिथि 31 मार्च निर्धारित की गई थी।
विभाग के मंत्री संजय सरावगी ने हाल में दिए बयान में कहा कि सर्व के तहत प्रपत्र 2 और 3 अपलोड करने के लिए कुछ दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। कब तक बढ़ाया गया है। इसे लेकर उन्होंने किसी प्रकार की कोई तिथि निर्धारित नहीं की है, लेकिन अभी भी रैयत संशय की स्थिति में है।अधिकांश रैयत अभी भी अपना दावा अपलोड नहीं कर पाए हैं। बताया जा रहा है कि जिले में जमाबंदी के आधार पर 73 प्रतिशत रैयत ही अभी तक कागज अपलोड कर पाए है। वहीं, रैयतों का कहना है कि अभी भी अभिलेखागार में जमीन सबंधित कई दस्तावेज नहीं मिल पा रहे हैं। जिसके कारण रैयत परेशान हैं। बताया जा रहा है कि विभाग ने जमीन सर्वे को लेकर हवाई सर्वेक्षण कर आंर्थो फोटोग्राफ तैयार कर लिया है। विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त विभाग की मानें तो आर्थो फोटोग्राफ के आधार पर संबंधित क्षेत्र का नक्शा भी तैयार कर लिया गया है।जमाबंदी है कायम:
विभागीय आंकड़े के अनुसार, जिले में 15 लाख 23 हजार 332 जमाबंदी कायम है। इनमें 14 लाख 9 हजार 278 पूर्ण जमाबंदी कायम है। वहीं एक लाख 85 हजार 946 जमाबंदी त्रुटि पूर्ण है। बहुत सारे ऐसे भी रैयत हैं, जिनकी जमाबंदी कायम नहीं है। ऐसे अधिकांश भूस्वामी जमाबंदी कायम करने के लिए आवेदन किए हुए हैं।विशेष सर्वेक्षण कराया:
भूमि सर्वे कराने के लिए प्रथम चरण में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यालय को अभी तक 18 अंचलों के 1238 राजस्व ग्राम से 857316 स्व घोषणा-पत्र प्राप्त हुआ है। जिसमें से 19 हजार 707 आवेदन को अपलोड किया जाना बाकी है।वहीं, बताया जा रहा है कि भू-सर्वेक्षण सॉफ्टवेयर के प्रपत्र 05 में 1197 राजस्व ग्राम के खेसरा प्रविष्ट का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसमें से 834 राजस्व ग्राम के खेसरा प्रविष्ट का कार्य पूर्ण हो चुका है।