मुफ्त राशन ले रहे लाभार्थियों की सूची से बाहरी मृतकों वा विवाहित बेटियों समेत अन्य अपात्रों का नाम हटाने के लिए एक बार फिर से सत्यापन शुरू हो गया है। यह सत्यापन इस बार बायोमेट्रिक होगा, जिसे कोटेदार ही ई पास मशीन के जरिए करेंगे। इसमें हर कोटेदार हर राशनकार्ड में मुखिया का आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर दर्ज करेंगे।
यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद वितरण का मैसेज अलर्ट सक्रिय हो जाएगा। हर माह कोटेदार के यहां राशन वितरण प्रक्रिया पूरी होते ही कार्डधारक के मोबाइल नंबर पर मैसेज चला जाएगा कि उसे किस जगह के कौन से कोटेदार से कब और कितना गेंहू वा चावल मिला है। इसके अलावा राशनकार्ड के मुखिया वा लाभार्थी के रिश्ते समेत अन्य संशोधन भी राशनकार्ड धारक सही करा सकेंगे। लाभार्थी किसी भी कोटेदार से ईकेवाईसी बिना पैसा दिए करवा सकते हैं।
सामने लगाना होगा संदिग्ध लाभार्थियों को अंगूठा
बायोमैट्रिक सत्यापन के जरिए राशनकार्ड में जुड़े उन लाभार्थियों को भी कोटेदार के सामने अंगूठा लगाना होगा, जो लम्बे समय से खुद गल्ला लेने नहीं आए हैं। ऐसे लोगों को पूर्ति विभाग ने संदिग्ध मानते ईकेवाईसी शुरू किया है।
भारत के सभी राज्यों से संबधित और बिहार की सभी लेटेस्ट रोजगार समाचार और स्कॉलरशिप से अपडेटेड रहने के लिए इस ग्रुप में अभी जुड़े. (अगर आप टेलिग्राम नहीं चलाते हैं तो फेसबुक को फॉलो करें, ताकि बिहार की कोई नौकरी नोटिफिकेशन न छूटे)
Join Social Network Groups | ||
Join Champaran Result Social Group