भागलपुर, ऑनलाइन डेस्क। Chandra Grahan & Sutak time: चंद्र ग्रहण 2021 (Lunar eclipse 2021) 26 मई यानी आज है। यह साल का पहला चंद्रग्रहण है। अब से कुछ देर बाद चंदग्रहण लग जाएगा। हालांकि यह ग्रहण भारत के लिए विशेष मायने नहीं रखता है, क्योंकि भारत में कुछेक जगहों पर ही ग्रहण दिखाई देगा। Lunar eclipse Countdown शुरू हो गया। सूतक काल शुरू हो गया है। बिहार में इसका कोई खास महत्व नहीं है। यह खास परिघटना है। जानिए... क्या है सूतक काल और कहां से कब दिखेगा चंद्रग्रहण।
जानिए ... कहां से बेहतर दिखेगा चंद्र ग्रहण
प्रशांत महासागर के मध्य, ऑस्ट्रेलिया, एशिया के पूर्वी तट और अमेरिका के पश्चिमी तट में ग्रहण देखने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान होंगे. अमेरिका के पूर्वी हिस्से से भी ग्रहण दिखेगा। लेकिन आरंभिक चरण का ही।
भारत में यहां दिखेगा ग्रहण
भारत में यह चंद्रग्रहण ज्यादा स्थानों पर नहीं दिखेगा। नॉर्थ ईस्ट, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में इसे देखा जा सकता है। ओडिशा के तटीय इलाकों और अंडमान और निकोबार द्वीप से कुछ देर के लिए नजर आएगा। पूर्वोत्तर के हिस्सों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ तटीय इलाकों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ग्रहण के पार्शियल फेज का दृश्य साथ में समापन कुछ देर के लिये नजर आएगा।
क्या रहेगी टाइमिंग
चंद्र ग्रहण का पार्शियल फेज दोपहर बाद 3:15 बजे शुरू होगा। शाम 6:23 बजे यह समाप्त हो जाएगा। पूर्ण चरण शाम 4:39 बजे से 4:58 मिनट तक है। भारत में ग्रहण का सबसे अधिक समय पोर्ट ब्लेयर से चंद्रग्रहण (Full lunar eclipse) शाम 5:38 बजे से 5:45 बजे तक देखा जा सकता है। पुरी और मालदा से शाम 6:21 बजे सिर्फ 2 मिनट के लिये दिखेगा।
सूतक काल क्या होगा?
ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू होता है। लेकिन यह एक उपछाया (Penultimate) चंद्र ग्रहण है। साथ ही भारत में कुछ स्थानों पर आंशिक ही दिखाई देगा। इसलिए इस साल के पहले चंद्रग्रहण का भारत में कोई सूतक काल नहीं होगा।
वर्ष 2021 में चार ग्रहण लगेगा
26 मई (बुधवार) को पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। यह दिन वैशाख शुक्ल पक्ष पूर्णिमा है। इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर (शुक्रवार) लगेगा। पहला सूर्य ग्रहण 10 जून (गुरुवार) को है। यह दिन येष्ठ कृष्ण पक्ष अमावास्या है। दूसरा सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021 को है।
बिहार के भागलपुर के कैसा रहेगा प्रभाव
बिहार के भागलपुर से यह ग्रहण दृश्यमान नहीं होगा। भागलपुर एवं आसपास में इसका कोई भी असर नहीं है। वैशाख शुक्ल पूर्णिमा तिथि के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से कहीं-कहीं भारत में दिखाई देगा।
अब जबकि कुछ ही देर में चंद्रगहण लग जाएगा, इसका सूतक काल शुरू हो गया। भारत में सूरत काल में इस बार विशेष महत्व नहीं है। कहा जाता है कि जहां ग्रहण लगता है वहीं सूतक काल का महत्व रहा है। हालांकि भारत के ज्यादातर लोग हर ग्रहण के दौरान पूरे धार्मिक रीति रिवाज से सभी कार्य करते हैं। चाहे यहां ग्रहण का असर यहां हो या ना हो।
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